संवाददाता : कुमार विवेक, नमस्कार भारत
Lok sabha chunav 2024: हरिद्वार से पिता-पुत्र समेत 5 सीटों पर 35 दावेदारी, जानिए कांग्रेस में किनका दावा मजबूत है।उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने दावेदारी को लेकर मंथन शुरू कर दिया है। कांग्रेस में उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों के लिए 35 दावेदारी सामने आई है। कांग्रेस के लिए सबसे ज्यादा हरिद्वार सीट पर चुनौती बड़ी हो सकती हैं, जहां पूर्व सीएम हरीश रावत और उनके पुत्र वीरेंद्र रावत की भी दावेदारी सामने आई है।
उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीट के लिए कांग्रेस ने दिल्ली में दावेदारी को लेकर विचार विमर्श की है। पाचो लोकसभा सीटों पर 35 दावेदारों के नामों पर शनिवार को दिल्ली में हुई कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में चर्चा हुई। माना जा रहा है कि पार्टी ने हर सीट पर बड़े चेहरे की दावेदारी को खास तवज्जो दिया है।
सूत्रों की मानें तो हरिद्वार से पूर्व सीएम हरीश रावत, अल्मोड़ा से नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, नैनीताल सीट से प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, टिहरी से पार्टी में पूर्व अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, पौड़ी गढ़वाल सीट से पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल के नामों पर भी चर्चा हुई है।
हरिद्वार सीट पर खुद पूर्व सीएम हरीश रावत व उनके बेटे की दावेदारी सबसे चैंकाने वाली है। हालांकि इस सीट पर पार्टी के लिए तीसरे विकल्प को लेकर भी चर्चा हुई है। हरिद्वार व पौड़ी गढ़वाल सीट से हरक सिंह भी प्रबल दावेदारी जता चुके हैं। हालांकि हरक सिंह ने किस सीट को ज्यादा तवज्जो दी है, ये साफ नहीं हुआ है। सूत्रों की मानें तो नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने से इनकार कर चुके है। यशपाल आर्य का क्षेत्र नैनीताल यूएसनगर सीट पर है।
ऐसे में अल्मोड़ा सीट आर्य के लिए चुनौती खड़ी कर सकती है। हालांकि माना जा रहा है कि पार्टी यशपाल आर्य को चुनाव लड़ाना चाहती है। शनिवार को दिल्ली में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक भगत चरण दास की अध्यक्षता में हुई, जिसमें प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा, सदस्य यशोमती ठाकुर, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के बीच 35 दावेदारों पर चर्चा हुईं।
पार्टी का कहना है कि संगठन स्तर पर सभी सीटों पर दावेदारों के लिए सर्वे कराया जा रहा है। सर्वे पूरा होने के बाद जल्द ही स्क्रीनिंग समिति की दूसरी बैठक बुलाई जाएगी। जिसमें से हर लोकसभा के लिए दावेदारों के तीन से पांच नामों का पैनल तैयार करके केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा जाएगा।