संवाददाता: महताब आलम, नमस्कार भारत

बंगाल में कांग्रेस और टीएमसी के बीच सीटों के बंटवारे पर बात नहीं बन रही है। तृणमूल कांग्रेस ने तो कई बार इसकी संभावनाओं को सिरे से खारिज कर दिया है। लेकिन, कांग्रेस की आस अभी तक अटकी हुई। इस बीच कांग्रेस ने इंडिया ब्लॉक को लेकर कुछ ऐसी बातें कही हैं, जो गठबंधन की सहयोगियों खटक सकती है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी बीते दिनों से बंगाल में अपने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ लेकर गुजरे रह थे। शुक्रवार को राज्य में इस यात्रा का आखिरी दिन था। कांग्रेस की पूरी मशीनरी अभी एक तरह से राहुल की यात्रा को ही सफल बनाने में लगी हुई है।

कांग्रेस एकमात्र पार्टी, जिसने भाजपा का कभी नहीं किया समर्थन- जयराम रमेश

इस दौरान कांग्रेस नेता इस बात पर जोर दिया कि देश में कांग्रेस ही एकमात्र पार्टी है, ‘जिसने कभी भी चाहे सीधे या परोक्ष तौर पर बीजेपी का समर्थन नहीं किया है।’ उनके मुताबिक इंडिया ब्लॉक बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा को ही हराने के लिए बनाया गया है। उनका आरोप है कि देश का संविधान और लोकतंत्र खतरे में है, इसलिए इनकी रक्षा के लिए बीजेपी को हराना जरूरी है।

टीएमसी भी रह चुकी है बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए का हिस्सा

बंगाल में कांग्रेस नेता का यह कहना कि एकमात्र वही पार्टी है, जिसने कभी बीजेपी का साथ नहीं दिया है, इसके अलग राजनीतिक मायने भी हो सकते हैं। क्योंकि, खुद टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी भी एनडीए का हिस्सा रह चुकी हैं और अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री भी रही हैं।

लोकसभा चुनावों में फायदेमंद साबित होगी राहुल की यात्रा- कांग्रेस

बंगाल की सीएम ममता बनर्जी कांग्रेस की जिस यात्रा को लेकर यह आरोप लगा रही हैं कि उन्हें इसकी सूचना तक नहीं दी गई, उसके बारे में जयराम रमेश का कहना है, ‘हमारा यह पक्का विश्वास है कि यह भारत जोड़ो न्याय यात्रा, 2024 के लोकसभा चुनाव के संदर्भ में बहुत ही फायदेमंद साबित होगी।’ हालांकि, जब पूरा इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनावों की तैयारियों में लगा हुआ है तो राहुल गांधी के भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने दावा किया है कि यह एक राजनीतिक कार्यक्रम है, न कि कोई चुनाव अभियान। जयराम रमेश ने यह भी साफ कर दिया है कि ‘इंडिया अलायंस आम चुनावों के लिए है और पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र या किसी भी अन्य राज्य के विधानसभा चुनावों के लिए नहीं।’ वैसे उनके मुताबिक इस साल महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार) और शिवसेना (यूबीटी) मिलकर ही लड़ेंगी, क्योंकि राज्य में इंडिया ब्लॉक में शामिल कोई और सहयोगी नहीं है। वैसे कांग्रेस नेता अभी भी बंगाल में टीएमसी के साथ सीटों के बंटवारे को लेकर आशांवित हैं। बंगाल के तीन प्रमुख दल और गठबंधन इंडिया ब्लॉक का हिस्सा हैं। जिसमें सत्ताधारी टीएमसी, कांग्रेस और सीपीएम की अगुवाई वाला लेफ्ट फ्रंट शामिल है। लेकिन, हकीकत ये है कि प्रदेश की राजनीति में तृणमूल कांग्रेस और सीपीएम में छत्तीस का आंकड़ा है। जबकि, कांग्रेस और लेफ्ट गठबंधन में राज्य में जबर्दस्त दोस्ती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *