संवाददाता कुमार विवेक नमस्कार भारत
राजनीति : कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी इस बार राज्यसभा से चुनाव लड़ेंगी आज बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर राजस्थान से वो राज्यसभा के लिए नामांकन भरेंगी।जिसके बाद ये स्पष्ट हो गया है कि सोनिया गांधी इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगीं। कांग्रेस पार्टी के इस बड़े फैसले के बाद यूपी में उनकी रायबरेली सीट को लेकर कई तरह की चर्चाएं बहुत तेज हो गईं हैं।अब प्रश्न यह उठता है की क्या कांग्रेस गांधी परिवार को छोड़कर पार्टी के दूसरे नेता को सीट दे सकती है या राहुल गांधी व प्रियंका गांधी में से किसी एक को रायबरेली की सीट दी जाएंगी । अगर सोनिया गांधी राज्यसभा जाति हैं तो उनकी सीट पर कांग्रेस किस नए चेहरे को वो सीट देती है और क्या फिर ओ अपना सीट बचा पाएगी।
यूपी की रायबरेली सीट कांग्रेस की पुरानी व परंपरागत सीट रही है. गांधी परिवार के प्रति यहां के लोगों में काफी भावनात्मक जुड़ाव रहा है। सोनिया गांधी इस क्षेत्र में पिछले चार बार से लागातार विजयी रही हैं। ऐसे में अगर सोनिया गांधी रायबरेली छोड़ कर राज्यसभा जाती है तो बिना गांधी परिवार के इस पर जीतना कांग्रेस के लिए के लिए मुश्किलें पैदा पैदा कर सकती है। सोनिया गांधी के रायबरेली छोड़ने से इस सीट से कौन चुनाव लड़ेगा इसे लेकर काफी संदेह जताई जा रही हैं खबरों की माने तो कांग्रेस यहाँ से उनकी बेटी प्रियंका गांधी को मैदान में उतार सकती है।

क्या रायबरेली होगी प्रियंका की
पिछले काफ़ी समय से प्रियंका गांधी के 2024 में लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चाएं तेज हो रही हैं। यूपी प्रदेश अध्यक्ष अजय राय भी प्रियंका गांधी से चुनाव लड़ने की आग्रह कर चुके हैं। उन्होंने तो ये तक कहा था कि अगर प्रियंका चुनाव लड़ने का फ़ैसला करती हैं तो पार्टी उन्हें जिताने के लिए पूरी जान लगा देगी। प्रियंका गांधी यूपी में काफ़ी समय से लागतार एक्टिव भी रही है। विधानसभा चुनाव में उन्होंने जमकर पार्टी के लिए प्रचार किया था। रायबरेली में भी वो कई बार चुनाव प्रचार के लिए जाती रही हैं। लेकिन, अब तक उन्होंने कोई चुनाव नहीं लड़ा है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी उनके लिए सुरक्षित सीट की खोज में है और क्या प्रियंका को सुरक्षित देने में सफल हो पाएंगी।
कांग्रेस का स्तंभ रही है रायबरेली
रायबरेली सीट कांग्रेस की किला रही है और सबसे सुरक्षित सीट मानी जाती है। साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के बावजूद बीजेपी इस सीट पर जीत हासिल नहीं करने में नाकाम रही है। इंदिरा गांधी और फ़िरोज गांधी भी इस सीट से सांसद रह चुके हैं। ऐसे में प्रियंका गांधी के लिए इससे बढ़िया कोई और विकल्प नहीं हो सकता है भले ही अभी तक कांग्रेस की ओर से इस पर कुछ नहीं कहा गया हो लेकिन सोनिया के राज्यसभा जाने के बाद उनकी दावेदारी लगभग तय हो ही गई है।
यूपी में गांधी परिवार के दो सदस्य ही लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। 2019 में स्मृति ईरानी के हाथों हार के बाद राहुल गांधी एक बार फिर अमेठी से चुनाव लडने की उम्मीद जताई जा रही हैं तो वहीं रायबरेली में प्रियंका गांधी को मैदान में उतारा जा सकता है ।कांग्रेस नेता अजय राय ने भी एक बयान देते हुए कहा था कि अमेठी और रायबरेली से कांग्रेस का भावनात्मक रूप से जुड़ाव पिछले कई चुनावो से रहा है और गांधी परिवार यहाँ के लोगों की सेवा की है और हमेशा करती रहेगी कांग्रेस पार्टी जब से पूरे देश में चुनाव लड़ रही है। तब से मात्र तीन बार ही रायबरेली से चुनाव हारी है, दो बार भाजपा से तो एक बार संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार राज नारायण से हारी है।