संवाददाता :– राहुल कुमार, नमस्कार भारत
रामराज्य गांधी जी का सपना
महात्मा गांधी भारत ही नहीं पूरी दुनिया के चर्चित नेताओ में से एक थे । जब पूरे भारत वासियों पर ब्रिटिश अत्याचार कर रहे थे। तो महात्मा गांधी जी ने राम जी के उद्देश्य पर चल कर । प्रेम भाव से अंग्रेजों को भागने का काम किया । और भारत देश को आजादी दिलाई थी। कई लोग यह मानते थे । कि गांधीजी के प्रेरणास्रोत मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीरामचंद्र भी रहे । राम जी का इस देश का आदर्श मानना चाहिए । क्यों को राम जैसा बेटा कहा । राम जैसा भाई कहा । राम जैसा पुरुष कहा । राम जैसा पति कहा । ये सारे गुण राम में है। गांधी जी के लिए राम मानव जीवन के उच्चतम आदर्श है । राम से जुड़ कर आत्मविश्वास प्रबल होता है की जीवन मंगलकारी होगा । गांधी जी अपने आंदोलन में राम के आदर्शो को शामिल किया करते थे । ताकि लोग प्रेम भाव से एक दूसरे से बात चीत करे । और राम के रास्ते पर चले । और प्रेम से ही भारत देश को स्वतंत्र हेतु लोगो को प्रेरित किया करते थे ।
गांधी जी सच में चाहते थे की भारत राम राज्य बन जाए।
राम राज्य मतलब लोकतंत्र, 1929 में यंग इंडिया में महात्मा गांधी जी ने लिखा था कि रामराज्य से मेरा अर्थ हिंदू राज्य नहीं है। मेरा मतलब है, ईश्वरीय राज, भगवान का राज्य।
उन्होंने ये भी का था। की राम एक महान पुरूष थे अगर उनकी बताए। रास्ते पर अगर भारत वासी चलते है तो भारत एक महान और शक्ति साली देश बन जाएगा । गांधी जी अपने मन , कर्म सहित लेखन में जितनी बार राम शब्द का का प्रयोग किया उतनी पर किसी ने भी नहीं किया होगा । और उन्होंने हिंदू शब्द का भी इस्तेमाल काफी बार किया। गांधी जी एक बार भोलाप में जनसभा की बैठक के दौरान रामराज्य का मतलब समझाए थे ।
मुस्लिम भाई इसे गलत न समझे मेरे लिए तो राम रहीम में कोई अंतर नही है। सारे धर्म के लोगो को मैं एक समान मानता हु । राम कैसे थे उनके जीवन के बारे में हमे पढ़ना चाहिए । ताकि हम भी राम जी के बताए। रास्तों पर चल सके ।