संवाददाता:–राहुल कुमार , नमस्कार भारत
रूस के खिलाफ युद्ध लड़ रहे यूक्रेन और गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ युद्ध में शामिल इजराइल को बहुत बड़ा झटका लगा है, क्योंकि राष्ट्रपति जो बाइडेन का प्रशासन ने इजराइल –यूक्रेन को मदद देने से अमरीकी संसद ने मंजूरी से किया इंकार ये देश मंजूरी लेने में नाकाम हो गए है । राष्ट्रपति जो बाइडेन के लिए बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है।अमेरिकी संसद ने दोनों देशों को और मदद पहुंचाने के लिए और फंड देने से मना कर दिया है।रिपब्लिकन पार्टी ने मदद पहुंचाने के लिए बाइडेन प्रशासन को अभी तक जो समर्थन दे रखी थी, उसने अब समर्थन वापस ले लिया है।
इससे पहले राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमेरिकी कांग्रेस से ‘हिम्मत दिखाने’ का आग्रह किया था। बाइडेन ने रिपब्लिकन पार्टी के सांसदों से ‘रीढ़ की हड्डी पर खड़े होने’ की अपील करते हुए मदद के लिए डोनाल्ड ट्रंप के सामने खड़े होने की अपील की थी, लेकिन उनके इस अपील के फौरन बाद रिपब्लिकन पार्टी ने समर्थन वापस ले लिया।व्हाइट हाउस में डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति बाइडेन की टिप्पणी के कुछ ही मिनट बाद ही, सीनेट रिपब्लिकन नेता मिच मैककोनेल संसद में लंच से बाहर आए और स्वीकार किया, कि समझौता समाप्त हो गया है।
यूक्रेन-इजराइल को बड़ा झटका
मुझे और हमारे अधिकाशं सदस्यों को लगता है , हमारे पास अब यहां कानून बनाने को कोई वास्तविक मौका नहीं है । ये बात कांटूकी से रिपब्लिक सांसद मिच मैकाकोनेल ने संवाददाताओं से कहा है ।माना जा रहा है, कि पार्टी में फिर से डोनाल्ड ट्रंप की वापसी हो सकती है । क्योंकि रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से समर्थन वापस लिया जाना है ।
डोनाल्ड ट्रंप ही फिर से राष्ट्रपति चुनाव लड़ेंगे और पार्टी का एक बड़ा हिस्सा आंख मूंदकर उनका समर्थन कर रहा है । माना जा रहा है , पार्टी में डोनाल्ड ट्रंप के फिर से मजबूत होने का असर है।क्योंकि रिपब्लिक पार्टी की तरफ से समर्थन वापस लिया जाना है ।
इसके अलावा, बाइडेन प्रशासन की विदेश नीति ने भी ज्यादातर अमेरिकियों को नाराज कर दिया है। अमेरिका को मिडिल ईस्ट में फिर से लड़ाई लड़नी पड़ रही है और यूक्रेन युद्ध अब तीसरे साल में प्रवेश करने वाला है, जबकि गाजा पट्टी में इजराइली हमला लगातार जारी है।
यूक्रेन में हथियार नहीं भेज रहा पेंटागन
अभी जहां युद्ध तीसरे साल में परवेश करने वाला है। जबकि रूस आक्रामक है और लगातार हमले कर रहा है । वही यूक्रेन गोला – बारूद और सैन्य कर्मियों की कमी से जूझ रहा है । वहीं, पैसों की कमी से वजह से पेंटागन ने यूक्रेन को हथियार भेजना बंद कर दिया है ।
बाइडेन ने कहा है, कि “यूक्रेन को नई सहायता के बिना गुजरने वाले हर हफ्ते, हर महीने का मतलब है, कम तोपखाने के गोले, कम वायु रक्षा प्रणालियां, यूक्रेन के लिए इस रूसी हमले के खिलाफ खुद का बचाव करने के लिए कम उपकरण।” उन्होंने कहा, कि ये हाल बिल्कुल वैसा ही है, “जो पुतिन चाहते हैं।”
यूक्रेन को 60 अरब डॉलर की युद्ध सहायता रोकने के अलावा अमेरिकी संसद ने यूएस-मेक्सिको सीमा पर अवैध क्रॉसिंग को रोकने के लिए भी पैसे देने से इनकार कर दिया है, जिसके लिए पिछले कई महीनों से बातचीत चल रही थी।
अमेरिकी कांग्रेस में ‘दुनिया की मदद’ के लिए जो विधेयक लाया गया था, इसका मकसद दुनिया भर में अमेरिकी ताकत का प्रदर्शन करना था और इससे इज़राइल, एशिया में अन्य अमेरिकी सहयोगियों, अमेरिकी आव्रजन प्रणाली और गाजा और यूक्रेन में नागरिकों के लिए मानवीय सहायता के लिए अरबों डॉलर से ज्यादा की मदद भेजी जाती, लेकिन कांग्रेस ने बाइडेन की इस कोशिश को फेल कर दिया है।
रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से इस मसौदे को मानने से इनकार करने के बाद, राष्ट्रपति बाइडेन और सीनेट नेता, अब कांग्रेस के माध्यम से यूक्रेन के लिए सहायता आगे बढ़ाने का कोई स्पष्ट रास्ता नहीं मिलने की वजह से फंस गए हैं। वे ट्रम्प के नेतृत्व वाले कंजर्वेटिव के विरोध की दीवार में फंस गए हैं – जो सीमा प्रस्ताव को अपर्याप्त बताते हैं और यूक्रेन की फंडिंग को बेकार बताते हुए आलोचना करते हैं।डोनाल्ड ट्रंप बार बार यूक्रेन को मिलने वाली अरबों डॉलर की मदद को बेकार बताकर आलोचना करते रहे हैं।