संवाददाता: सिद्धार्थ कुंवर, नमस्कार भारत
बिहार की सीवान लोकसभा सीट पर दिलचस्प मुकाबला होने वाला है। दिवंगत पूर्व सांसद शाहाबुद्दीन की पत्नी ने राजद से किनारा करते हुए निर्दलीय चुनावी ताल ठोक दी है। सीवान में लगातार तेजस्वी यादव को झटका मिल रहा है। धीरे-धीरे राजद नेता पार्टी से किनारा करते हुए हिना शहाब के समर्थन में उतर रहे हैं।
सोमवार को तेजस्वी यादव को उस वक्त एक और चुनावी झटका लगा, जब पार्टी के मज़बूत सिपाही राजद के बिहार अल्पसंख्यक प्रदेश महासचिव पद से अदनान अहमद सिद्दीकी ने इस्तीफ़ा दे दिया। वन इंडिया हिंदी से बात करते हुए अदना अहमद सिद्दीकी ने कहा कि मैंने अपनी मर्ज़ी से पार्टी पद और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दिया है।
अदनान अहमद सिद्दीकी ने कहा कि कुछ महीनों से मैं यह देख रहा था कि साहब परिवार यानी मरहूम पूर्व सांसद डॉ. मोहम्मद शहाबुद्दीन के परीवार के साथ राजद का रवैया सही नहीं रहा। यह कह लीजिए की साहब परिवार के साथ सियासी साज़िश रची जा रही थी। मैं काफी महीनों से ये देख रहा था कि राजद ज़्यादती कर रही है। इन चीज़ों को देखते हुए मैं भी ऊब गया। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह है कि मेरे सियासी गुरु मरहूम पूर्व सांसद डॉ. मोहम्मद शहाबुद्दीन रहे। राजद कई महीनो से हिना शहाब के खिलाफ़ साज़िश रच रही थी कि, वह ख़ुद ही पार्टी से किनारा कर लें।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने पहले तो हिना शहाब को पार्टी राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य से नाम हटाकर, कद हटाने की कोशिश की। पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की वजह से सारण प्रमंडल के कई विधानसभा सीटों पर राजद जीत दर्ज करती आ रही थी। उस परिवार के सदस्य का गोपालगंज उपचुनाव में होडिंग पर फ़ोटो लगाने से परहेज किया गया।
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का हाल ही में सीवान में प्रोग्राम था। उस प्रोग्राम में शहाब परिवार को आमंत्रण नहीं देना, साफ़-साफ़ ज़ाहिर कर रहा था कि राजद चाह रही है कि खुद ही यह लोग पार्टी से किनारा कर लें। हमलोग सिद्धांत पर चलने वाले लोग हैं, इसलिए राजद की अनदेखी पर चुप नहीं रह सका।
हमारे गुरू और गार्जियन इस दुनिया को छोड़कर चले गए, लेकिन उन्होंने सिद्धांत से समझौता नहीं किया। अब मेरी अंतरात्मा यह कह रही है कि राजद में एक पल भी रहना असहज है। इसलिए मैं राष्ट्रीय जनता दल के बिहार अल्पसंख्यक प्रदेश महासचिव पद और पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया।