संवाददाता: राहुल चौधरी, नमस्कार भारत

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने पिछले साल आरोप लगाए थे, कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की पिछले साल 5 जून को हुई हत्या में भारत सरकार का हाथ हैं।

आप को बता दे कि जस्टिन ट्रूडो के मामले में भारत और कनाडा के संबंधो को काफी खराब हो गया  है और दोनों देशों ने एक दूसरे के कई डिप्लोमेट्स को देश से बाहर निकाल दिया। लेकिन, जस्टिन ट्रूडो अब अपने ही जाल में फंसने लगे हैं और फाइज आइज के सदस्य देशों ने भी कहना शुरू कर दिया है, कि भारत के खिलाफ एक भी सबूत पेश नहीं किए गये हैं।

न्यूजीलैंड के उप प्रधान मंत्री विंस्टन पीटर्स, जो अभी भारत की यात्रा पर हैं, उन्होंने पिछले साल नवंबर में न्यूजीलैंड में वामपंथी झुकाव वाली लेबर पार्टी को हराकर दक्षिणपंथी पार्टियों के सत्ता में आने के बाद, उप प्रधान मंत्री बने।आप को बता दे की वह अपने देश के विदेश मंत्री भी हैं।

आप की जानकारी के लिए बता दे कि इस मामले में मंगलवार को उन्होंने मीडिया कर्मियों से  बात करने के दौरान ही।  जिसमें जब पीटर्स से पूछा गया, कि क्या कनाडा ने निज्जर मामले पर जानकारी साझा की है, और क्या न्यूजीलैंड ने भारत को अपनी स्थिति बताई है, तो उन्होंने कहा, “उस वक्त हमारी पुरानी सरकार इस मामले को हैंडल कर रही थी, लेकिन देखिए, जब आप फाइव आइज से मिली जानकारियों को सुन रहे होते हैं, तो आप कहते कुछ नहीं हैं, सिर्फ सुनते हैं। आप नहीं जानते, कि उन जानकारियों की वैल्यू कितनी है, या वो जानकारी कितनी कीमती है, या फिर उसकी क्वालिटी क्या है, लेकिन उन जानकारियों को लेकर आप खुश होते हैं। लेकिन, आप नहीं जानते, कि उन जानकारियों में सच्चाई कितनी है, क्या उन जानकारियों में पर्याप्त भौतिक मूल्य होगा या नहीं, लेकिन बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी जो मायने रखती है… इसे मुख्य रूप से पिछली सरकार द्वारा नियंत्रित किया गया था।”

आप को बता दे कि उन्होंने पूछा कि मैं आप से पूछता हु की भारत के खिलाफ सबूत कहा है। मैं एक प्रशिक्षित वकील होने के तौर पर मैं यह पूछता हु , आखिर ये कैसे हुआ ?  अभी तक जो जांच की गई है , वो कहा है? लेकिन अभी तक कुछ ऐसा साबित नहीं है कि भारत को कैसे दोषी मन ले ।

फाइल–आईज पार्टनर ने कनाडा के आरोप पर उठाया सवाल , यह पहली बार हुआ है।

पिछले साल सितंबर में, ट्रूडो ने आरोप लगाया था, कि पिछले साल जून में की गई निज्जर हत्याकांड को लेकर कनाडाई सुरक्षा एजेंसियां भारत सरकार के एजेंटों और हत्या के बीच “संभावित” संबंध के बारे में “विश्वसनीय आरोपों” की जांच कर रही हैं। भारत सरकार ने कनाडा के आरोपों को “बेतुका” और “प्रेरित” बताकर खारिज कर दिया था।

वहीं, न्यूजीलैंड के विदेश मंत्री पीटर्स काफी अनुभवी राजनेता है और उनके पास करीब 40 सालों का तजुर्बा है। मंगलवार को उन्होंने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ द्विपक्षीय बैठक की है।

न्यूजीलैंड के लिए क्यों महत्वपूर्ण है भारत?

न्यूजीलैंड और भारत के बीच काफी अच्छे संबंध रहे हैं और इसके पीछे कई ऐतिहासिक वजहें भी रही हैं। न्यूजीलैंड के विदेश मंत्री ने कहा, कि “हमें दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के साथ जुड़े होने पर बहुत गर्व है… यह राष्ट्रमंडल का भी सदस्य है… हमारा मानना है, कि हमें अपने सभी राष्ट्रमंडल देशों, अपने सभी पुराने मित्रों के साथ बहुत करीब रहने की जरूरत है। हमारे बीच मतभेद हो सकते हैं, हमें ऐसे क्षेत्र तलाशने होंगे, जहां हम मिलकर काम कर सकें।”

न्यूजीलैंड के विदेश मंत्री ने कहा, कि “भारत एक संपन्न लोकतंत्र है, यहां शीघ्र ही चुनाव होने हैं। इसकी अर्थव्यवस्था अगले 10 वर्षों के भीतर काफी बेहतर अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। और हमारा मानना है, कि भारत के साथ हमारे लंबे, सौहार्दपूर्ण संबंध रहे हैं… हमारे पास यहां देने के लिए बहुत कुछ है। शिक्षा और आईटी जैसे क्षेत्र और अन्य चीजें जिन पर हम काम कर सकते हैं।”

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