संवाददाता: कल्पना मिश्रा, नमस्कार भारत

सैन एंटोनियो यूएसए- इंडिया नेटबुक्स के बाल पुस्तक सूची जारी करते हुये डा संजीव कुमार ने  कहा कि यदि हम बच्चों में साहित्य के पठन पाठन की रुचि बचपन में पैदा कर दें तो वह आजीवन पाठक बना के रखेगी। इससे पुस्तकों की विक्री भी बढ़ेगी और पाठकों की संख्या भी । उन्होंने सुझाव दिया कि हमें प्रत्येक माह किताबें खरीदने का बजट रखना चाहिए और बच्चों को पढ़ने की आदत डालने के लिए स्वयं भी पढ़ना चाहिए जिससे सबकी आदत पड़ जाती हैं । किताबें पढ़ने से अनेकों असाध्य रोग तक ठीक हो जाते हैं जैसे हाइपरटेंशन अनिद्रा आदि।

डा संजीव ने बताया कि  वह अबतक लगभग१२५ बाल साहित्य की पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं और ४० से अधिक प्रकाशन में है । इंडिया नेटबुक्स ने पिछले ५ वर्ष में १००० से अधिक पुस्तकें प्रकाशित की है।

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