संवाददाता: सिद्धार्थ कुंवर, नमस्कार भारत
लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) 195 उम्मीदवारों के नाम वाली पहली लिस्ट जारी कर दी है। हालांकि, लिस्ट जारी होने के बाद कुछ नेताओं में नाराजगी की बात भी निकल कर सामने आ रही है। इस बीच जो खबर निकल कर सामने आ रही है वो बेहद चौंकाने वाली है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा धनबाद से सांसद पशुपतिनाथ का इस बार टिकट काट सकती है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस सीट पर भाजपा भोजपुरी के पॉवरस्टार पवन सिंह को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी में है। आपको बता दें कि आसनसोल से टिकट मिलने के बाद पवन सिंह ने लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद उन्होंने दिल्ली जाकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी।
पवन सिंह को मिल सकता है धनबाद से टिकट
भाजपा सूत्रों की माने तो भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह को अब धनबाद सीट से चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी चल रही है। कहा जा रहा है कि पवन सिंह से जब आसनसोल का टिकट लौटाने की वजह पूछी गई तो उनका कहना था कि वह इस सीट से कंफर्टेबल महसूस नहीं कर रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार पवन सिंह बंगाल के बारे में अधिक जानकारी नहीं रखते हैं और बंगाल के लोग भी उनके बारे में भी अधिक जानकारी नहीं रखते हैं। ऐसे में सिर्फ कुछ दिनों का चुनाव प्रचार कर जीत हासिल करना काफी मुश्किलों से भरा होने वाला था। पवन सिंह भाजपा के सिंबल पर कोई सेफ सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे।
आरा से चुनाव लड़ना चाहते हैं पॉवरस्टार पवन सिंह
हालांकि, सूत्रों की मानें तो पवन की नजर तो आरा सीट पर टिकी थी। लेकिन आरा की सीट से भाजपा के दिग्गज नेता और केंद्रीय विद्युत मंत्री आरके सिंह चुनाव लड़ते रहे हैं। भाजपा के लिए किसी हाल में पवन सिंह के लिए आरके सिंह का टिकट काटना संभव नहीं था। ऐसे में उन्हें अब धनबाद से लोकसभा टिकट देने की बात कही जा रही है। सूत्रों की मानें तो पवन सिंह इस सीट से चुनाव लड़ने के लिए तैयार भी हो गए हैं।
पवन सिंह से जब यह सवाल किया गया था कि अगर बीजेपी उन्हें आसनसोल से अपना उम्मीदवार बनाएगी तो क्या वो चुनाव लड़ेंगे? उन्होंने तुरंत इस से इनकार करते हुए कहा था कि वह आसनसोल से या बंगाल से कभी भी चुनाव नहीं लड़ेंगे। पवन सिंह ने कहा था बिहार ना सही तो उन्हें झारखंड या यूपी से चुनाव लड़वाया जाए। ऐसे में अब पार्टी की तरफ से उन्हें झारखंड से चुनाव लड़वाने की तैयारी की जा रही है। पार्टी झारखंड में ऐसी जगह खोज रही है जहां चुनाव जीतना आसान हो। भाजपा का पुराना फॉर्मूला, 75 के आसपास के उम्र वाले सक्रिय रूप से चुनाव मैदान में नहीं रहेंगे भी लागू हो सके इसका भी ध्यान रखा जा रहा है। इस बात की झलक भाजपा ने इस बार बिहार से राज्यसभा सांसद सुशील मोदी का टिकट काटकर दी है।