संवाददाता: सिद्धार्थ कुंवर, नमस्कार भारत
Lok Sabha Election: बिहार के काराकाट लोकसभा सीट पर मतदान के दिन करीब आते ही मुकाबल दिलचस्प होने की उम्मीद है। भोजपुरी एक्टर पवन सिंह ने इस सीट से निर्दलीय चुनावी ताल ठोक कर एनडीए गठबंधन प्रत्याशी उपेंद्र कुशवाहा के लिए चुनौती बने हुए हैं।
महागठबंधन की तरफ़ से राजा राम मैदान चुनावी ताल ठोक चुके हैं। वहीं ओवैसी की पार्टी AIMIM ने काराकाट लोकसभा सीट से प्रियंका चौधरी को टिकट दिया है। इन सब प्रमुख नामों के बीच भोजपुरी एक्टर पवन सिंह की मां प्रतिमा देवी ने भी बेटे के सामने काराकाट से चुनावी मैदान में उतर गई हैं।
आखिर ऐसी क्या है मजबूरी
बेटे के सामने मां के नामांकन पर सियासी गलियारों में तरह-तरह की चर्चाये हो रही हैं। लोगों का कहना है कि आखिर ऐसी क्या मजबूरी हो गई कि मां ने बेटे के सामने की चुनावी ताल ठोकी दी। क्या बेटे के लिए मां ही चुनौती साबित होने वाली है। पवन सिंह की मां प्रतिमा देवी के नामांकन के पीछे के वजह कुछ औऱ ही बताई जा रही है। दरअसल प्रतिमा देवी को यह डर सताने लगा था कि कहीं उनके बेटे (भोजपुरी अभिनेता, पवन सिंह) का नामांकन रद्द ना हो जाए। इसलिए बैकअप प्लान के तौर पर मां ने निर्दलीय पर्चा दाखिल कर दिया।
मंगलवार को नामांकन का आखिरी दिन काराकाट लोकसभा सीट से भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह की मां प्रतिमा देवी ने बतौर निर्दलीय प्रत्याशी नामांकन दाखिल कर दिया। वह बिना किसी प्रचार-प्रसार के चुपचाप अपने प्रतावक के साथ कलेक्ट्रेट पहुंची और पर्चा भर दिया।
आपको बता दें कि काराकाट लोकसभा सीट पर नामांकन वापिस लेने की 16 मई आखिरी तारीख़ है। चर्चा है कि अगर पवन सिंह का नामांकन रद्द नहीं हुआ तो फिर प्रतिमा देवी अपना नाम वापिस ले लेंगी। अगर बेटे का नामांकन रद्द हुआ तो फिर पवन सिंह मां को चुनावी मैदान में उतारते हुए सियासी दांव खेलेंगे।
और भी खबरें पढ़ने के लिए लिंक पर क्लिक करें: https://namaskarbhaarat.com/77th-cannes-film-festival/