संवाददाता : सिद्धार्थ कुंवर, नमस्कार भारत
लोकसभा चुनाव में अब बहुत ही कम वक्त बचा है और निर्वाचन आयोग किसी भी वक्त चुनावों की घोषणा कर सकता है। चुनावों की घोषणा होने से पहले यूपी की राजनीति में इन दिनों एक नाम की खासी चर्चा हो रही है। जिस राजनेता के नाम की चर्चा हो रही है वो कोई और नहीं बल्कि कुंडा के बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया हैं।
राजा भैया को सत्ताधारी पार्टी बीजेपी और विपक्षी पार्टी समाजवादी दोनों ही साधने की कोशिश में जुटी हुई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक प्रमुख राजा भैया से दो दिन पहले सपा अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेन ने मुलाकात की थी। साथ ही, राजा भैया से पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की फोन पर बात भी कराई थी।
तो वहीं, राजा भैया से बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और योगी सरकार में मंत्री जेपीएम राठौर ने भी मुलाकात की थी। दरअसल, सपा और बीजेपी नेताओं ये मुलाकात राज्यसभा चुनाव को लेकर की थी। क्योंकि, राजा भैया की पार्टी के दो विधायक हैं, जिनमें एक वो खुद हैं। सपा-बीजेपी, दोनों चाहती है कि राजा भैया की पार्टी उनके उम्मीदवार को अपना वोट दे।

राजा भैया को अपने-अपने खेमे में लाने में जुटी सपा-बीजेपी
राजा भैया ने कहा, ‘मैंने समाजवादी पार्टी को अपने 20 साल दिए हैं, मेरे लिए सपा सबसे पहले है।’ दरअसल, यूपी में राज्यसभा की 10 सीट के लिए अभी पेच फंसा हुआ है और सपा-बीजेपी दोनों दल पर्याप्त समर्थन जुटाने के लिए जोड़-तोड़ में लगे हुए हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि संख्या बल के लिहाज से बीजेपी अपने 7 उम्मीदवारों को राज्यसभा भेज देगी। वहीं, सपा के भी दो उम्मीदवारों को राज्यसभा में जाना तय है। ऐसे में दोनों पार्टियां राजा भैया को अपने खेमे में लाने में जुटी हुई हैं।
अखिलेश यादव के बयान से हलचल हुई तेज
आपको बताते चले कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने राजा भैया को लेकर हाल ही में एक बड़ा बयान दिया है। अखिलेश के इस बयान के बाद से यूपी की राजनीति में हलचल और तेज हो गई है। दरअसल, सपा अध्यक्ष ने कहा कि अगर राजा भैया हमारे साथ आना चाहें तो उनका स्वागत है।
राजा भैया-अखिलेश के बीच गठबंधन के मिल रहे हैं संकेत
अखिलेश यादव के इस बयान के बाद दोनों नेताओं की पार्टी (सपा और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक) के बीच संभावित गठबंधन के संकेत मिल रहे हैं। हालांकि, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन होगा या नहीं। लेकिन, सपा नेताओं से मुलाकात के बाद राजा भैया का बयान सामने आया है।