सचिन शर्मा, संवाददाता, नमस्कार भारत
UP News: बाढ़ नियंत्रण को लेकर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। बाढ़ नियंत्रण को लेकर यमुना नदी सहित बरसाती नदियों के क्षेत्र के इलाकों में तमाम विभाग के अधिकारियों ने व्यवस्थाओं को चुस्त दुरुस्त करना शुरू कर दिया है। पिछले महीने बाढ़ नियंत्रण को लेकर पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, वेटरनरी, पशु चिकित्सकों सहित पूर्ति विभाग की एक बैठक एडीएम एफ की मौजूदगी में हो चुकी है जिसमें इस बार राहत कैंप, मेडिसन की तैयारी, फूड की तैयारी, फूड के पैकेट के टेंडर को लेकर तैयारियों के निर्देश अधिकारियों ने जा कर दिए है। मोदी सरकार की ओर से बाढ़ नियंत्रण को लेकर 5 परियोजनाएं लागू की गई है जिसमें 10.45 करोड रुपए की योजनाएं हैं, जिनसे बेहट क्षेत्र में 3, गंगोह क्षेत्र में 1, नकुड़ क्षेत्र में 1 तटबंध बनाए गए है।
बैराज से छोड़े पानी का निचले इलाकों में पड़ता है असर
UP News: वही सहारनपुर के सरसावा क्षेत्र में किसानों की जमीन में हुए 2018 के कटाव को देखते हुए 2019 में सरसावा में भी जल शक्ति विभाग की ओर से तटबंध बनवाए गए थे। ताकि ग्रामीणों की जमीन में कटाव ना हो सके। बता दे सहारनपुर में हथिनी कुंड बैराज से छोड़े जाने वाले पानी का असर निचले इलाकों में देखने को मिलता है और बाढ़ नियंत्रण में मौजूद अधिकारियों की निगाहें हथिनी कुंड बैराज से छोड़े जाने वाले पानी पर रहती हैं वहां से छोड़े जाने वाले पानी के कारण ही निचले इलाकों में पानी तबाही मचाता है जिसके जमीनों में कटाव भी हो जाता है, ग्रामीण क्षेत्र में आने वाले पानी से लोगों के बचाव के लिए भी हमेशा राहत बचाव कार्य के लिए तमाम विभागों की कई टीम अलग-अलग इलाकों में एक्टिव रहती है।
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