संवाददाता : सिद्धार्थ कुंवर, नमस्कार भारत

आज श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज के सभी संस्थानो में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस बडी धूम-धाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर श्रीराम कॉलेज में महिला दिवस की थीम ’’महिला सशक्तिकरण चुनौतियाँ एवं संभावनाएँ’’ विषय पर सेमीनार का आयोजन किया गया तथा पोस्टर मेकिंग, प्रस्तुतीकरण प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि डा0 सविता आर्य, एसोसिएट डायरेक्टर, कृषि विज्ञान केन्द्र, बघरा तथा विशिष्ट अतिथियो में सोनिया लुथरा, अनुराधा वर्मा समाजसेविका, डा0 पूनम शर्मा, अध्यक्षा श्रीराम कॉलेज, मुजफ्फरनगर, डा0 प्रेरणा मित्तल, प्राचार्य श्रीराम कॉलेज, मुजफ्फरनगर, डा0 अशोक कुमार, निदेशक श्रीराम कॉलेज, मुजफ्फरनगर, डा0 विनीत कुमार शर्मा, डीन एकेडमिक्स, डा0 पूजा तोमर, विभागाध्यक्षा बेसिक साइंस, डा0 श्वेता राठी, डीन होमसाइंस, मीनाक्षी काकरान, नीतु सिंह, प्रवेश समन्वयक, एसआरजीसी द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया गया। वंही श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज, मुजफ्फरनगर की इकाई श्रीराम कॉलेज ऑफ इंजी0 की आई0आई0सी0 (इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल) द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। यह दिन महिलाओं की उपलब्धियों को सलाम करने का दिन है। इस दिन को महिलाओं की आर्थिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक, सामाजिक तमाम उपलब्धियों के के उत्सव के तौर पर मनाया जाता है। साथ ही उन्हें यह एहसास कराया जाता है कि वह हमारे लिये कितनी महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में विशिष्ट समाजसेवी बीना शर्मा जी को आमंत्रित किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि व संस्था के निदेशक डॉ0 एस0एन0 चौहान एवं डीन डॉ0 सुचित्रा त्यागी को आमंत्रित कर किया गया। अतिथियों के स्वागत के उपरान्त छात्राओं द्वारा 2024 के अंतर्राष्ट्रीय दिवस की महिला थीम ‘’इनवेस्ट इन वीमेन-एक्सीलरेट प्रोग्रेस’’ पर विचार स्पीच के माध्यम से प्रकट किये। मुख्यतः विशु मलिक, रिया जैन, अंजली एवं दीक्षा द्वारा हर उस पहलू पर चर्चा की गई जो महिला उत्थान से सम्बन्धित है।

अंतरर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर श्रीराम कॉलेज में सेमीनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का संचालन दो चरणों में कराया गया। पहले चरण में पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिताएं कराई गयी। वहीं दूसरे चरण में सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुतीकरण प्रतियोगिता कराई गई। प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल की भूमिका मे डीन होम साइंस डा0 श्वेता राठी तथा प्रवेश समन्वयक नीतु सिंह रही। पोस्टर मेकिंग प्रतियोगित में बीएड की आकांक्षा ने प्रथम स्थान, बीएफए की प्राची शर्मा ने द्वितीय स्थान तथा शिवा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया तथा सांत्वना पुरूस्कार बीएससी बायोटैक्नोलॉजी की पायल राजपुत और बीएफए की ज्ञान को संयुक्त रूप से मिला। सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुतीकरण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर बीएससी(सीबीजेड) की वमी रोमन त्यागी, द्वितीय स्थान पर बीएससी(माइक्रोबायोलॉजी) की रजिया रही।

               अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की थीम ’’महिला सशक्तिकरण चुनौतियाँ एवं संभावनाएँ’’ शीर्षक पर उपस्थित वक्ताओं तथा छात्र-छात्राआंे ने अपने-अपने विचार प्रस्तुत किये। विभिन्न सह विषयों पर विचार प्रस्तुत करते हुए अतिथियों द्वारा मुख्यतः महिलाओं का राजनीति मंे हिस्सा, महिलाओं का समाज के बन्धनों को तोड़कर बाहर निकलना, महिलाओं का अपने सम्मान व इच्छाओं की कद्र करना, महिलाओं का घरेलु हिंसा का प्रतिकार करना, महिलाओं का शारीरिक रूप से मजबूत होना आदि मुद्धे उठाए गए।

इस अवसर पर कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डा0 सविता आर्य, एसोसिएट डायरेक्टर, कृषि विज्ञान केन्द्र, बघरा ने बोलते हुये कहा कि महिला अबला नही सबला है। हमारी नारियॉ पहले सी ही शक्तिशाली है। उन्होने महिला सशक्तिरण पर बल देते हुये कहा कि नारी वर्तमान में पहले से अधिक शक्तिशाली हो गई है तथा उन्होंने नारी को आत्मनिर्भर बनने के लिये जोर दिया।

श्रीराम कालेज की प्राचार्या डा. प्रेरणा मित्तल ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का मूल उददेश्य महिला को विश्व में सशक्त बनाना एंव उनके अधिकारों के प्रति उन्हें जागरूक कर उनके मान सम्मान को स्थापित करना है। कार्यक्रम के अवसर पर उन्होंने कहा कि नारी का व्यक्तित्व इतना महान है कि कवि ने अपनी रचनाओं से समय-समय पर बहुत खुबसूरती से गढा है।

वही ंश्रीराम कॉलेज आफ इंजीनियरिंग में हुये कार्यक्रम में शिक्षिकाओं जैसे डॉ0 आकांक्षा सिंह, डॉ0 श्रुति मित्तल एवं डॉ0 रुचि राय द्वारा हमारे समाज की वास्तविक सोच एवं महिला के संघर्ष पर चर्चा की गई। सेमिनार में मुख्य अतिथि डॉ0 बीना शर्मा द्वारा हिन्दुस्तान में महिलाओं की स्थिति का अवलोकन प्रस्तुत किया गया एवं वर्तमान समय में महिलाओं की बेहतर स्थिति को सराहा गया। उन्होंने कहा कि शिक्षित महिला वर्ग ही समाज को संगठित व सुदृढ़ बना सकता है। यदि महिलाओं को अपनी स्थिति को समाज में बराबरी की अधिकारिता तक पहुंचानी है तो उन्हें अपनी शिक्षा को ढाल बनाना होगा। आज भी समाज का लगभग 60 प्रतिशत हिस्सा ऐसा है जहां महिलाएं शिक्षा से अछूत हैं। वहां न उनके विकास न अधिकार की जानकारी उन्हें स्वयं है और न ही समाज का दूसरा तबका उनके विकास हेतु कुछ करना चाहता है। बराबरी तो बहुत दूर की बात है, महिलाओं को हिस्सेदारी के लिए जंग लड़नी पड़ रही है। उन्होंने बताया कि जब हमें ‘‘वूमेन्स डेवलपमेंट, वूमेन्स एनवायरनमेंट, वूमेन्स एजुकेशन, वुमेन्स इन्टप्रिन्योरशिप’’ व वूमेन्स राइट्स जैसे शब्दों की जानकारी नहीं होगी तब तक हम समाज में अपना पक्ष रख भी नहीं सकते। इसलिये महिलाओं के साथ होने वाले पक्षपात को रोकने एवं उसका सुधार करने के लिये हमें स्वयं व आने वाली पीढ़ी को शिक्षित करना अत्यन्त अनिवार्य है। इस अवसर पर सम्मानित अतिथि ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए महिलाओं की समाज में महत्तवपूर्ण योगदान पर प्रकाश डाला एवं महिलाओं को समाज की बुनियाद बताया।

इस अवसर पर कॉलेज के निदेशक एवं डीन द्वारा मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथिगण को मोमेंन्टों व शॉल प्रदान कर उनका अभिनन्दन किया गया। श्री राम गु्रप ऑफ कॉलेजेज के निदेशक डॉ0 एस0एन0 चौहान द्वारा मुख्य अतिथि के शब्दों की सराहना की गई एवं भविष्य में महिला उत्थान हेतु कार्यक्रम कराने की शपथ ली गई। कॉलेज की डीन डॉ0 सुचित्रा त्यागी द्वारा शिक्षिकाओं को अपने भविष्य के उत्थान हेतु विभिन्न शैक्षिक कार्यक्रमों एवं प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने की सलाह दी गई एवं सबके उज्जवल भविष्य की कामना की गई।

               कार्यक्रम को सफल बनाने में रीना त्यागी, मीनाक्षी काकरान, अंजली झांकर, शालीनी मिश्रा, शिवानी बर्मन, नैना बंसल, डॉ0 पूजा तोमर, डा. नीतू सिंह, डा0 रीतु पुंडीर तथा श्रीराम कॉलेज आफ इंजीनियरिंग की ओर से डॉ0 आकांक्षा सिंह, इ0 कनुप्रिया, इं0 इन्दु, इं0 रुचि रॉय, इं0 शुभी वर्मा, इं0. शिखा, संगीता मदान, आर0 नेहा सिंह व श्रुति मित्तल आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

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