संवाददाता: राहुल चौधरी, नमस्कार भारत
हॉस्पिटल में बहुत ही रोचक ही वाक्य हुआ। आप को बता दे कि उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में एक सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों की परेशानियों को लेकर एसडीएम साहिबा के पास कई शिकायतें आने के बाद उप-विभागीय मजिस्ट्रेट सदर कृति राज ने सोचा की खुद सच्चाई का पता लगाया जाए फिर वह अपनी सिर पर घुघंट रख कर हॉस्पिटल पहुंच गईं। एसडीएम कृति राज ने आम महिलाओं की तरह घूंघट डाला और अस्पताल में मरीज बनकर जा पहुंची।
सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) के स्वास्थ्यकर्मी और अधिकारी यह जानकर आश्चर्यचकित रह गए कि स्थानीय एसडीएम ने अस्पताल की सुविधाओं का आकलन करने के लिए खुद एक मरीज बनकर निरीक्षण करने पहुंची थी।
कृति राज ने बताया, “दीदा माई स्वास्थ्य केंद्र के संबंध में मुझे कई शिकायत मिली थी कि कुत्ता काटने पर इंजेक्शन लगाने के लिए सुबह 10 बजे के बाद भी डॉक्टर मौजूद नहीं थे। इस वजह से मैं वहां गुमनाम रूप से घूंघट में गयी थी, डॉक्टर का व्यवहार उचित नहीं था। अधिकांश दवाओं का स्टॉक समाप्त हो चुका था। वहा पर तो साफ-सफाई भी ठीक नहीं थी।”
एक जानकारी के अनुसार, मंगलवार को एसडीएम सदर कृति राज घूंघट में मरीज बनकर चुपचाप ही दीदामई के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में निरीक्षण के लिए पहुंची। इस बात की भनक किसी भी हॉस्पिटल अधिकारी को नहीं था । एस डी एम ने सबसे पहले वो मरीजों के साथ पर्चा बनवाने के लिए लाइन में खड़ी हुईं। वहां मरीजों की भीड़ लगी थी, लेकिन पर्चा काउंटर पर कोई भी पर्चा बनाने वाला कर्मचारी नहीं था।
फिर जाकर काफी देर बाद पर्चा बना, इसके बाद वह इंजेक्शन लगवाने के लिए काउंटर पर पहुंची। काउंटर पर एंटी रेबीज इंजेक्शन मनमाने ढंग से लगाया जा रहा था। फिर वो स्टोर में पहुंचीं, जहां दवाएं एक्सपॉयरी डेट वाली थीं। वार्ड के गद्दों पर धूल जमी थी और शौचालय की साफ-सफाई भी बदहाल स्थिति में थी।
कृति राज ने सीएससी के हाल की रिपोर्ट बनाकर जिलाधिकारी को भेजने का निर्णय लिया है, जिससे दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो सके। दरअसल, एसडीएम सदर कृतिराज को सीयूजी नंबर पर सूचना मिली कि शहर की नई आबादी वाले दीदामई स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तमाम अव्यवस्थाएं हैं। सूचना मिलते ही एसडीएम सदर स्टाफ के साथ दीदामई अस्पताल पहुंच गईं।
अखिलेश यादव ने की एसडीएम सदर की तारीफ करते हुए दी सलाह
समाजवादी पार्टी के प्रमुख, अखिलेश यादव ने एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए कृति राज कि तारीफ करते हुए संभल कर रहने की सलाह दी है।
उन्होंने लिखा, “स्वयं घूंघट में जाकर, यूपी की चिकित्सा व्यवस्था पर पड़ा पर्दा उठाकर सच्चाई दिखाने वाली साहसी महिला अधिकारी को संभलकर रहना होगा, नहीं तो इस डॉक्टर-दवाई के बिना चलने वाली यूपी की बीमारू चिकित्सा व्यवस्था के गोरखधंधे के खुलासे से शर्मसार हुई भाजपा सरकार कहीं ज्ञानवर्धन के बहाने उनको अध्ययन हेतु विदेश ही न भेज दे। सुना है इस खुलासे के बाद स्वास्थ्य मंत्री जी अस्वस्थ-अवस्था में हैं। अब एक्सपायरी डेट की दवाई से रोगी को ठीक करने की जुमांटी (जुमला+गारंटी) देनेवाली भाजपा सरकार की भी एक्पायरी डेट निकट आ गई है।”