संवाददाता: राहुल चौधरी, नमस्कार भारत

राज्यसभा सांसद और दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल मारपीट मामले में अब मेडिकल रिपोर्ट सामने आ गई है। स्वाति मालीवाल के मेडिकल रिपोर्ट में चोट की पुष्टि हुई है। स्वाति मालीवाल ने मुख्यमंत्री आवास पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पूर्व निजी सचिव बिभव कुमार पर मारपीट और बदसलूकी का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करवाई है। ये घटना 13 मई की है। इधर दिल्ली पुलिस ने बिभव कुमार को सीएम आवास से गिरफ्तार कर लिया है।

 स्वाति मालीवाल को कहां-कहां आई चोटें?

स्वाति मालीवाल की एमएलसी रिपोर्ट के उनके बाएं पैर और दाहिने गाल पर चोट के निशान हैं। 16 मई की रात को स्वाति मालीवाल की जांच के बाद मेडिको-लीगल केस रिपोर्ट दर्ज की गई थी। जांच एम्स दिल्ली के जय प्रकाश नारायण एपेक्स ट्रॉमा सेंटर में की गई है।

 रिपोर्ट में कहा गया

मेडिकल रिपोर्ट में स्वाति मालीवाल के बाएं पैर के पर 3×2 सेंटीमीटर आकार की चोट है और उनके “दाहिनी आंख के नीचे दाहिने गाल” पर 2×2 सेंटीमीटर आकार की एक और चोट थी। स्वाति के बदल पर कुल चार चोट के निशान हैं।

स्वाति मालीवाल ने FIR में क्या-क्या कहा है?

स्वाति मालीवाल ने FIR में आरोप लगाया कि केजरीवाल के निजी सचिव बिभव कुमार ने 13 मई को सीएम आवास में उन्हें कम से कम सात से आठ बार थप्पड़ मारा है। स्वाति मालीवाल ने कहा, वो चिल्ला रहीं थी लेकिन उन्हें बेरहमी से घसीटा गया था। स्वाति मालीवाल ने कहा, ”बिभव कुमार ने मेरी छाती, पेट और पेल्विक एरिया पर लातों से मारा है।

स्वाति मालीवाल ने कहा है कि, ”मैं कैंप कार्यालय के अंदर गई और सीएम के पीएस बिभव कुमार को फोन किया लेकिन मैं अंदर नहीं जा सकी। फिर मैंने उनके मोबाइल नंबर पर एक मैसेज भेजा।कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई। फिर मैं आवासीय क्षेत्र के अंदर गई और बिभव कुमार वहां मौजूद नहीं थे, इसलिए मैंने मौजूद कर्मचारियों को सूचित किया कि वे यहां सीएम से मिलने के लिए आई हैं।”

मालीवाल ने कहा, “मुझे बताया गया कि वह घर में मौजूद हैं और मुझे ड्राइंग रूम में इंतजार करने के लिए कहा गया। मैं ड्राइंग रूम में जाकर सोफे पर बैठ गई और उनके मिलने का इंतजार करने लगी।”

स्वाति मालीवाल ने कहा

“स्टाफ के एक सदस्य ने आकर मुझे बताया कि सीएम मुझसे मिलने आ रहे हैं और अचानक सीएम के पीएस बिभव कुमार कमरे में घुस आए। उन्होंने बिना किसी उकसावे के चिल्लाना शुरू कर दिया और मुझे गालियां भी देना शुरू कर दिया। मैं इससे हैरान रह गई। मैंने उनसे फिर कहा कि, वह मुझसे इस तरह बात करना बंद करें और सीएम को फोन करें। लेकिन वो मेरी बात नहीं सने।

वह मेरे सामने आकर खड़ा हो गया। मेरी तरफ से बिना किसी उकसावे के उसने मुझे पूरी ताकत से थप्पड़ मारना शुरू कर दिया। मैं चिल्लाई लेकिन उसने मुझे सात से आठ बार थप्पड़ मारा। मैं बिल्कुल सदमे में थी और खुद को बचाने के लिए बार-बार मदद के लिए चिल्ला रही थी।”

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