संवाददाता: अभय प्रताप, नमस्कार भारत
रूस में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान शुरू हो गये हैं और इस राष्ट्रपति चुनाव के साथ ही व्लादिमीर पुतिन का जितना लगभग तय ही हो गया है | उनकी सत्ता मजबूत नजर आ रही है अब 2030 तक पुतिन का सत्ता मे बने रहेंगे। कोई भी विपक्षी नेता, जो राष्ट्रपति पुतिन को टक्कर दे सकता था, वह या तो जेल में है, या देश से निर्वासित है, या अपनी जान से जा चुके है। भारत में भी रूस चुनाव के लिए वोटिंग हुए हैं और वो रूसी नागरिक, जो भारत में रहते हैं, उन्होंने केरल उच्चायोग में ऑनलाइन वोट भी डाले है |
रुसी इलेक्शन में कौन-कौन डाल सकते हैं वोट
हर वो रुसी नागरिक जिसकी उम्र 18 से अधिक है अन्यथा उस पर कोई भी मुकदमा ना हुआ हो| वही वोट डालने को सक्षम है | रुस के हिस्से मे लगभग 11करोड़ 30 लाख पात्र मतदाता हैं, और अन्य 19 लाख रूसी मतदाता विदेश में रहते हैं। जिन्होंने बहार विदेश से भी वोट डाले गये है|
रुसी राष्ट्रपति चुनाव मे कैसे होती है वोटिंग?
रूस एक विशाल देश है, जहां तीन दिनों तक मतदान चलेगा और ये मतदान रविवार तक चलेंगे। रूसी राष्ट्रपति चुनाव में यह पहली हो रहा है, कि मतदान एक के बजाय तीन दिनों तक होते चलेंगे। रूस में पहली बार एक से ज्यादा दिनों तक मतदान के लिए संविधान में बदलाव 2020 के इलेक्शन से पहले किया गया था, ताकि पुतिन को दो और कार्यकाल चलाने की अनुमति मिल सके।
रूस के चुनाव में कौन कौन हैं उम्मीदवार?
व्लादिमीर पुतिन इस चुनाव में स्वतंत्र उम्मीदवार मैदान में हैं और इस बार अगर वो जीत जाते हैं, तो पांचवी बार वो सत्ता में आ जाएंगे। वो एक बार प्रधानमंत्री भी रह चुके हैं। पुतिन का इस बार का कार्यकाल 6 सालों के लिए होगा। पुतिन पहली बार 2000 में सत्ता मे आए थे और इस बार जीत हासिल करने के बाद वे वहा के लम्बे समय तक रहने वाले राष्ट्रपति बनेंगे |