संवाददाता: राहुल चौधरी, नमस्कार भारत
राजस्थान की सभी 25 सीटों पर लोग मतदान कर चुके है। लेकिन आपको बात दें कि सबसे चर्चित सीट बाड़मेर-जैसलमेर है। यहां 26 अप्रैल को मतदान के दौरान कई बूथों पर ‘दंगल’ जैसी स्थिति देखने को मिली। बाड़मेर पुलिस व प्रशासन पर भी कई सवाल उठे। इस बानगी तब भी सामने आई जब बाड़मेर पुलिस ने एक बोलेरो में 40-50 लोग बैठा दिए। इस पर बाड़मेर पुलिस ट्रोल हो रहा है। मामला बाड़मेर-जैसलमेर सीट से चुनाव लड़ने वाले निर्दलीय रविंद्र सिंह भाटी से जुड़ा है।
दरअसल, 26 अप्रैल को मतदान के दौरान सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दोपहर डेढ़ पूर्व पत्रकार RS KHATANA ने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें 20-30 लोग सड़क पर जाते दिख रहे हैं। इनमें से एक शख्स वीडियो में बाड़मेर पुलिस प्रशासन पर कई आरोप लगा रहा है।
51 मिनट के इस वीडिया में यह शख्स कह रहा है कि ‘देखिए, पुलिस प्रशासन का कैसा दबाव? सरकार कैसे दबा रही है हम सबको? हम सब प्रवासी राजस्थानी हैं, जो रविंद्र सिंह भाटी को वोट देने के लिए सूरत, वडोदरा, अहमदाबाद व मुम्बई से आए हैं। अभी हम गडरा से आगे जा रहे थे। रास्ते में जाखड़ नाम के पुलिसवाले ने गाड़ी रुकवा ली और बोला कि गाड़ी सीज करेंगे। सरकार के लोग ऐसा दबाव बना रहे हैं, मगर जनता हमेशा रविंद्र सिंह भाटी के साथ है।’
X पर शेयर किया जा रहा है वीडियो
एक्स पर अपलोड यह वीडियो राजस्थान पुलिस हेल्प डेस्क को भी टैग किया गया था। पर जवाब देते हुए Rajasthan Police HelpDesk ने बाड़मेर पुलिस को लिखा कि ‘कृपया मामले को देखें।’ इस पर बाड़मेर पुलिस ने अपने जवाब में लिखा कि ‘एक बोलेरो वाहन में करीब 40-50 व्यक्ति बैठे हुए उतरवा से खलीफा की बावड़ी की तरफ जा रहे थे पुलिस सुपरवाइजरी अधिकारी गडरारोड ने इनको समझाइश कर नीचे उतारा था कि आप अपनी जान जोखिम में डालकर क्यों चल रहे हो? यह लोग कौन थे? कहां जा रहे थे? इसकी कोई जानकारी नहीं है। अब सोशल मीडिया यूजर बाड़मेर पुलिस को ट्रोल कर रहे हैं। पूछ रहे हैं कि वो बोलेरो कौनसे मॉडल की थी, जिसमें 40-50 लोग बैठाए जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि बाड़मेर में भाजपा के कैलाश चौधरी, कांग्रेस के उम्मेदाराम बेनीवाल व निर्दलीय रविंद्र सिंह भाटी के बीच कड़ी टक्कर हुई है।